एस.डी.आर.एफ.
उत्तराखण्ड राज्य में किसी भी प्राकृतिक व अप्राकृतिक आपदा के समय तत्काल राहत एंव बचाव आदि कार्यो को त्वरित व प्रभावी रूप से सम्पादित किये जाने के उद्देश्य को दृष्टिगत रखते हुए राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एस.डी.आर.एफ.) का गठन किया गया।
एस.डी.आर.एफ. एक दृष्टि
उत्तराखण्ड राज्य मे 09 अक्टूबर 2013 को उत्तराखण्ड सरकार द्वारा एस.डी.आर.एफ. की 06 कम्पनियों की एक वाहिनी को 03 चरणो में गठन करने का निर्णय लिया गया। जिसमें प्रथम चरण के अन्तर्गत एस.डी.आर.एफ. की दो कम्पनी तथा द्वितीय चरण में एक कम्पनी का गठन किया गया, जिसमे 10 सदस्यी महिला दस्ता भी सम्मिलित हैं। एस.डी.आर. एफ. की उपरोक्त तीनो कम्पनियों में जनशक्ति की पूर्ति राज्य की नागरिक पुलिस, सशस्त्र पुलिस, पी.ए.सी., आई.आर.बी., फायर सर्विस, वायरलेस तथा पुलिस की अन्य अनुषांगिक शाखाओं से शारीरिक उपयुक्तता व योग्यता के आधार पर प्रतिनियुक्ति पर लेकर की गई। एस.डी.आर.एफ. के जोखिम भरे कार्य की प्रकृति को देखते हुए एस.डी.आर.एफ. मे नियुक्त सभी अधिकारियो/कर्मचारियो को 30 प्रतिशत जोखिम भत्ता प्रदान किया जा रहा है।
प्रथम चरण की दो कम्पनियो में नियुक्त अधिकारी/कर्मचारियों द्वारा 06 हफ्ते का प्रशिक्षण एन.डी.आर.एफ. की गाजियाबाद, भटिण्डा व पटना में स्थित बटालियनो में प्राप्त किया जबकि द्वितीय चरण के अन्तर्गत गठित तृतीय कम्पनी को ए.टी.सी., हरिद्वार में एन.डी.आर.एफ. के प्रशिक्षको द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया, जहां इनके द्वारा एम.एफ.आर. (मेडिकल फर्स्ट रिस्पोन्डर), सी.एस.एस.आर. (कलेप्स स्ट्रक्चर सर्च एण्ड रेस्क्यू), सी.बी.आर.एन. (केमिकल बायोलोजिकल रेडियोलोजिकल न्यूक्लियर), रोप रेस्क्यू, फ्लड रेस्क्यू आदि का प्रशिक्षण प्राप्त किया गया।
वर्तमान समय में एस.डी.आर.एफ. की एक कम्पनी ए.टी.सी., हरिद्वार में प्रशिक्षणाधीन है जिसे एन.डी.आर.एफ द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसमे 10 सदस्यी महिला दस्ता भी सम्मिलित हैं।
आपदा में एस.डी.आर.एफ. की भूमिका | |
---|---|
आपदा सम्भावित क्षेत्रों में व्यवस्थापित रह कर सम्भावित आपदा से निपटने के लिये तैयार रहना। | |
आपदा कार्यों के अतिरिक्त विभिन्न क्षेत्रों में जाकर आपदा से सम्बन्धित प्रशिक्षण एवं जन जागरूकता अभियान चलाना। | |
आपदा के समय क्षेत्र से मलबे को हटाकर, मृत एवं घायल व्यक्तियों को बाहर निकालना। | |
घायलों का अस्पताल पूर्व उपचार करते हुए पीड़ित एवं प्रभावित लागों का मनोबल बढाना। | |
आपदा में मृत व्यक्तियों का शव प्रबन्धन करना। | |
स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर राहत सामग्री आपदा पीड़ितों तक पहुँचाना। | |
आपदा क्षेत्र में कार्य करने वाली अन्य संस्थाओं के साथ सामंजस्य बिठाना। | |
पीड़ितों का मनोबल ऊॅंचा करते हुये पुनर्निर्माण के कार्यो में सहायता देना। | |
राज्य आपदा स्वैच्छिक सेवा दल के सदस्यों के साथ समन्वय स्थापित करना। |
महत्तवपूर्ण दूरभाष नम्बर | |
---|---|
पुलिस महानिरीक्षक एस.डी.आर.एफ. : 09411112945, 0135-2716201 | |
सेनानायक एस.डी.आर.एफ. : 09412057950, 0135-2410293 | |
उपसेनानायक एस.डी.आर.एफ. (ए एवं बी कम्पनी) : 07830020008 | |
उपसेनानायक एस.डी.आर.एफ. (सी एवं डी कम्पनी) : 09997243044 | |
सहायक सेनानायक एस.डी.आर.एफ. : 08958630775 | |
शिविरपाल एस.डी.आर.एफ. : 09412956564 | |
एस.डी.आर.एफ. मुख्यालय फोन न. : 0135-2410197 | |
एस.डी.आर.एफ. मुख्यालय फैक्स न. : 0135-2412197 | |
एस.डी.आर.एफ. ई मेल : cosdrf-police-uk@nic.in |